Thursday, October 10, 2019

INTEZAR SHAYARI | इंतज़ार शायरी





वो रुख्सत हुई तो आँख मिलाकर नहीं गई,
वो क्यों गई यह बताकर नहीं गई,
लगता है वापिस अभी लौट आएगी,
वो जाते हुए चिराग़ बुझाकर नहीं गई।
💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘


💜💜💜💜

उनसे मिलने को तरसती हैं आँखें,
तरस तरस कर बरसती हैं आँखें,
बरस बरस कर जब थक जाती हैं ,
तो फिर से मिलने को तरसती हैं आँखें।
💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘


💜💜💜💜


मेरी निगाह में फिर कोई दूसरा चेहरा नहीं आया,
भरोसा ही कुछ ऐसा था तुम्हारे लौट आने का।
💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘



💜💜💜💜


तेरे इंतज़ार में यह नज़रें झुकी हैं,
एक अज़ब सी बेचैनी जगी है।
न जानूँ तेरा नाम, न तेरा पता,
फिर भी न जाने क्यों इस दिल में,
तेरा दीदार करने की चाह  लगी है,
💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘



💜💜💜💜



शाम है बुझी बुझी वक्त है खफा खफा,
कुछ हंसीं यादें हैं कुछ भरी सी आँखें हैं,
कह रही है मेरी ये तरसती नजर,
अब तो आ जाइये अब न तड़पाइये !
💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘



💜💜💜💜



हम ठहर भी जायेंगे राह-ए-जिंदगी में
तुम जो पास आने का इशारा करो,
मुँह को फेरे हुए मेरे तकदीर सी,
यूँ न चले जाइये अब तो आ जाइये।
💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘



💜💜💜💜


तड़पती है आज भी रूह आधी रात को,
निकल पड़ते हैं आँख से आँसू आधी रात को,
इंतज़ार में तेरे वर्षों बीत गए सनम मेरे,
दिल को है आस आएगी तू आधी रात को।
💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘



💜💜💜💜



तड़प कर देखो किसी की चाहत में,
पता चलेगा इंतज़ार क्या होता है,
यूँ ही मिल जाता बिना कोई तड़पे तो,
कैसे पता चलता कि प्यार क्या होता है।
💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘



💜💜💜💜


आपकी जुदाई भी हमें प्यार करती है,
आपकी यादें भी हमे बेकरार करती है,
आते जाते यूँ ही हो जाए मुलाकात आपसे,
तलाश आपको ये नजर बार बार करती है।
💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘



💜💜💜💜



भले ही राह चलतों का दामन थाम ले,
मगर मेरे प्यार को भी तू पहचान ले,
कितना इंतज़ार किया है तेरे इश्क़ में,
ज़रा यह दिल की बेताबी तू भी जान ले।
💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘💘



💜💜💜💜







0 comments:

Post a Comment